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PDF Title : | Message to Garcia |
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Total Page : | 24 Pages |
Author: | Elbert Hubbard |
PDF Size : | 707 KB |
Language : | Hindi |
Source : | indianpdf |
PDF Link : | Available |
Summary
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Message to Garcia (सफल करियर, तेज तरक्की) – Hindi
अच्छी से अच्छी अर्थव्यवस्था में भी छँटनी की यह प्रक्रिया अनवरत चलती रहती है। जब मंदी का दौर आता है, जब बेरोजगारी बढ़ जाती है, जब मुश्किल समय आता है, तो छँटनी ज्यादा बड़े पैमाने पर होने लगती है।
लेकिन एक खास बात पर गौर करें। हमेशा अक्षम, कामचोर और निकम्मे लोगों को ही बाहर निकाला जाता है।
हमेशा उन्हीं लोगों पर पहले गाज गिरती है, जो मेहनत से बचते हैं, जो मुश्किल काम नहीं करना चाहते हैं और जो गार्शिया तक संदेश नहीं पहुँचाना चाहते हैं। यह सरवाइवल ऑफ द फिटेस्ट वाला मामला है। कारोबारी जगत में सबसे योग्य या श्रेष्ठ व्यक्ति ही सबसे ज्यादा तरक्की करता है।
अपने हितों को ध्यान में रखते हुए हर व्यवसायी या कंपनी यही चाहती है कि यह केवल सर्वश्रेष्ठ कर्मचारियों को ही अपने यहाँ रखे – उन्हीं लोगो को रखे, जो गार्शिया तक संदेश पहुँचा सकें।
कंपनी यह चाहती है कि इसके कर्मचारी अपने स्वार्थों के बजाय कंपनी के हितों के बारे में सोचें। कंपनी यह चाहती है कि इसके कर्मचारी यह न सोचें: कंपनी मुझे क्या दे सकती है।
इसके बजाय यह चाहती है कि कर्मचारी यह सोचें: मैं कंपनी को क्या दे सकता आप आज उपायकुशलता की जितनी ज्यादा जरूरत है, उतनी कभी नहीं रही।
आज नवाचार और नए विचारों की ज्यादा जरूरत है, उतनी कभी नहीं रही। लेकिन दुर्भाग्य से ज्यादातर कर्मचारी इस दिशा में कभी मा करते ही नहीं हैं। वे कंपनी के हित में न तो कुछ करते हैं, न ही अपने दिमाग पर जोर डालकर इसकी तरक्की के लिए नए विचार सोचते हैं।