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PDF Title : | The Immortals of Meluha |
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Hindi Title : | मेलुहा के मृत्युंजय |
Total Page : | 314 Pages |
Author: | Amish Tripathi |
PDF Size : | 9.2 MB |
Language : | Hindi |
Source : | authoramish.com |
PDF Link : | Available |
Summary
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Meluha Ke Mritunjay (The Immortals of Meluha) – Hindi
तारक सती को सावधानीपूर्वक देख रहा था। वह इस आत्मविश्वास से भरा हुआ था कि वह धीरे-धीरे उसके रक्त को बहाकर उसे मृत्यु की गोद में सुत्ता देगा। उसने समझा कि चाकू उसके बाएं हाथ में था। उसने उसके दाहिनी ओर जाने की ‘प्रतीक्षा की, उसके बाद बायीं, जो उसने बहुत ही तेजी से मुढकर किया।
उसके बाएं हाथ के आक्रमण की ओपेक्षा में तारक ने दाहिने हाथ में चाकू को हवा में लहराते हुए वार किया। सती बड़ी सफाई से नृत्य की मुद्रा के साथ पीछे हट गई। इससे पहले कि आश्चर्य से भा तारक बुए प्रतिक्रिया कर पाता सती उछलकर दाहिनी ओर गई और उसने अपने दाहिने हाथ को निर्दयता से तारक के सीने की ओर चला दिया।
चाढू तारक के फेफड़े तक घुप्त गया। उस घातक वार ने तारक को अस्थिर कर दिया। उसके मुंह मे रक्त पिचकारी की भांति फूट पड़ा। उसने चाकू गिरा दिया और लड़खड़ाता हुआ पीछे हटा। सती ने निर्दयतापूर्वक दवाव बनाए रखा और चाकू को और अंदर चादू की मूठ तक धोंपती चली गई।