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PDF Title : | Aap Amir Banna Chahate Hain |
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Total Page : | 56 Pages |
Author: | K K Sinha |
PDF Size : | 2.3 MB |
Language : | Hindi |
Source : | deeptrivedi.com |
PDF Link : | Available |
Summary
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Aap Amir Banna Chahate Hain – Hindi
पहले खुदसे प्यार करे। अगर आप खुदसे प्यार नहीं करेंगे तो दुसरो को कैसे प्यार vकरेंगे। लोग क्या करते है दिन भर गलत चीजे खाते रहते है और अपने स्वास्थ को ख़राब करते रहते है।
और एक दिन शारीर बीमारियों का घर बन जाता है। सबसे पहले आपको खुदसे प्यार करना पड़ेगा। इतना सुन्दर शारीर भगवान् ने आपको दिया है, जिसमे दो सुन्दर आखे, दो हाथ, दो कान, दो पैर, एक नाक और एक स्वस्थ दिमाग है।
बहुत सारे लोगों को यह नसीब नहीं होता। आप बहुत भाग्यवान है। उसे क्यों ख़राब करते रहते है? आपने शारीर को देखियह और बोलिए “में सुन्दर हु”, “में स्वस्थ हु”, “मैं गलत चीज़े नहीं खाता हु”, “मैं अपने स्वास्थ को ख़राब नहीं करता हु”।
हर रोज यह बोलिए और अपने स्वास्थ को अच्छा और बहतर करने का प्रयास कीजिये। अगर आप किसी नशे के शिकार है, तब भी नशा आपसे दूर चला जायेगा ऐसा अगर रोज बोलते है तो। कुछ लोग एसे होते है जो नशा करते है लेकिन दिलके बहुत अच्छे होते है।
यह लोग लोगो की मदत करते रहते है। दुसरो की प्रसंशा करते रहते है, हमेशा अच्छी अच्छी बाते करते रहते है, किसीका बुरा नहीं चाहते। यह सब अच्छी चीज़े करते रहते है। फिर भी अपने आप से प्यार नहीं करते है। दुसरो के साथ अच्छा करके अपने साथ बुरा ब्यवहार करना भी एक बुरी आदत है। इसे सुधारना होगा। इन लोगोको पता नहीं होता की उनके अन्दर भी भगवान रहते है। अगर पता होता तो ऐसा नहीं करते।